What is a Multibagger stock in hindi |मल्टीबैगर स्टॉक क्या होतें है और इनमे इन्वेस्ट कैसे करें?
What is a multibagger stock and how to invest in them
अगर आपको शेयर मार्केट और इंवेस्टमेंट में इंटरेस्ट है और आप अक्सर इनसे जुड़ी बातों के बारे में पढ़ते रहते हैं तो आपने मल्टीबैगर स्टॉक्स का नाम तो जरूर सुना होगा। Multibagger stocks वो स्टॉक्स होते है जो काफी कम समय में अपनी लागत से कई गुना ज्यादा रिटर्न देते है। तो अगर आप भी इन स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने की सोच रहे है पर आपको इन स्टॉक्स के बारे में ज्यादा नॉलेज नहीं है तो हमारा यह आज का आर्टिकल आपकी इन सारी प्रॉब्लम्स को दूर कर देगा। हमारे आज के आर्टिकल में आपको मल्टीबैगर स्टॉक से जुड़ी सारी जरूरी बातें जैसे की ये क्या होते है, इनमें निवेश करना चाहिए या नहीं, मल्टीबैगर स्टॉक को कैसे ढूँढे जैसी सारी बातों के बारे में पूरी डिटेल में बताया जाएगा।
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मल्टीबैगर स्टॉक्स क्या होतें हैं (What are multibagger stocks)
तो आइये, सबसे पहले यह जानतें है की आखिर यह टर्म आया कहाँ से है, तो इस टर्म को पीटर लिंच ने 1988 में खोजा था और उन्होंने इस टर्म का जिक्र अपनी किताब “One Up on Wall Street” में किया था। मल्टीबैगर टर्म को बेसबाल के गेम से लिया गया है जहां पर खेल में हार या जीत प्लेयर के बैग्स या बेस पर पहुँचने पर निर्भर होती है।
बहुत ही आसान शब्दों में कहें तो मल्टीबैगर स्टॉक्स किसी कंपनी के वो इक्विटी शेयर्स होतें है जो की अपनी इनिशियल कीमत से कई गुना ज्यादा रिटर्न देतें है। जब ये स्टॉक्स अपनी लागत का दोगुना रिटर्न देतें है तो इन्हे टू बैगर, तीन गुना रिटर्न देने पर थ्री बैगर और दस गुना रिटर्न देने पर टेन बैगर स्टॉक्स कहा जाता हैं।
मल्टीबैगर स्टॉक में क्यूँ इन्वेस्ट करना चाहिए (Why should invest in multibagger stock)
मल्टीबैगर स्टॉक की सबसे खास बात यह होती है की कंपनी के बाकी के शेयर्स की तुलना में ये स्टॉक्स अक्सर काफी कम समय में बहुत अच्छा रिटर्न देते है। इतने कम समय में इतना अच्छा रिटर्न और किसी भी तरह के स्टॉक्स से नहीं मिलता है। हालाँकि, इस तरह के स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते समय आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा क्योंकि कई बार ऐसा भी होता है की इन स्टॉक्स से अच्छा रिटर्न मिलने में काफी समय लग जाता है।
एक मल्टीबैगर स्टॉक को कैसे ढूँढे (How to find a multibaggerstock)
एक मल्टीबैगर स्टॉक को ढूँढना काफी मुश्किल होता है और मार्केट में मौजूद अनेकों स्टॉक्स में से सही मल्टीबैगर स्टॉक को ढूँढने के लिए बहुत सारी बातों को ध्यान में रखना होगा। एक लेस रिस्की और हाई प्रॉफ़िट multibaggerstock को ढूँढने के लिए काफी सारी चीजों के बारे में रिसर्च करनी पड़ती है और इस काम को stock analysis कहते है
तो आइए जानते है की Multibagger stock analysis कैसे करतें हैं।
Multibagger stock analysis:
तो आइए, एक मल्टीबैगर स्टॉक में कौन कौन से खास फीचर्स होने चाहिए, उन सारी बातों के बारे में थोड़ा और डिटेल में जानते है। Multibagger stock की analy
रेवेन्यू सोर्सेज-
आप जिस भी कंपनी के स्टॉक्स खरीदने वाले है पहले उस कंपनी के बारे में अपनी रिसर्च जरूर कर लें। आपका यह जानना बहुत जरूरी है की कंपनी के रेवेन्यू सोर्सेज क्या है, कंपनी क्या आगे चलकर और ग्रोथ करेगी, क्या प्राइमरी रेवेन्यू सेक्टर मैक्रो लेवल तक जा पाएगा या नहीं आदि।
कंपनी की पॉलिसीज (Company policies)-
कंपनी की पॉलिसीज के बारे में पूरी जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। कंपनी का बिजनेस मॉडल क्या है, कंपनी अपने काम और अपने स्टाफ आदि को कैसे मैनेज करती है इन सब बातों का कंपनी की ग्रोथ पर बहुत असर पड़ता है। पॉलिसी में होने वाला छोटा सा चेंज भी कंपनी के फाइनेंस पर काफी बड़ा इम्पैक्ट डालता है।
प्राइज टू अर्निंग्स रेशियो (Price to earnings ratio)-
अगर आप यह जानना चाहते है की कोई स्टॉक आगे चलकर मल्टीबैगर स्टॉक बनेगा की नहीं तो उस के लिए आपको उस स्टॉक की कंपनी के प्राइज टू अर्निंग रेशियो (PE) को स्टडी करना पड़ेगा। किसी कंपनी का प्राइज टू अर्निंग रेशियो उस कंपनी के शेयर की मार्केट प्राइज और हर शेयर से होने वाली अर्निंग के बीच का रेशियो होता है। अगर प्राइज टू अर्निंग रेशियो स्टॉक प्राइज से भी तेजी से बढ़ रहा है तो इस बात की उम्मीद काफी ज्यादा है की आगे जाकर यह स्टॉक एक multibagger stock बनेगा।
अन्डरवैल्यूड स्टॉक्स-
अगर स्टॉक्स अन्डरवैल्यूड हैं तो भी आप उनमे इन्वेस्ट कर सकते है क्योंकि अक्सर ऐसा होता है जब यह शेयर्स मार्केट में पहली बार आतें है तो बाकी के इंवेस्टर्स का इन पर ध्यान नहीं जाता है और कई बार ऐसा होता है इन कम्पनीज में काफी अच्छा ग्रोथ पोटेंशियल होता है और यह फंडामेंटली काफी स्ट्रॉंग होती है तो आपको आगे चलकर इन शेयर्स से काफी अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
डेट टू इक्विटी रेशियो (Debt to equity ratio)-
प्राइज टू अर्निंग रेशियो के बाद आइये अब जानते है डेट टू इक्विटी रेशियो के बारे में, स्टॉक्स के फ्यूचर के बारे में जानने में यह रेशियो भी आपकी काफी हेल्प करेगा। वैसे तो यह रेशियो कंपनी और इंडस्ट्री के हिसाब से अलग अलग होता है फिर भी ऐसा माना जाता है की डेट टू इक्विटी रेशियो 30 परसेंट से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इस बात को सिम्पल तरीके से समझे तो इसका मतलब यह है की Debt, इक्विटी वैल्यू के 30 परसेंट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
हाई रिटर्न ऑन इक्विटी (High Return On Equity, ROE)-
किसी भी कंपनी के स्टॉक्स को चूज करते समय उसके रिटर्न ऑन इक्विटी वैल्यू को भी जरूर चेक करना चाहिए। सिम्पल लैंग्वेज में कहें तो जब कोई कंपनी अपनी अर्निंग्स को वापस फिर से बिजनेस में ही लगा देती है। किसी कंपनी की नेट इनकम को शेयरहोल्डर्स की इक्विटी से डिवाइड करने पर उस कंपनी की रिटर्न ऑन इक्विटी वैल्यू (ROE) मिलती है। यह वैल्यू जितनी ज्यादा हाई होगी उस कंपनी और उसके स्टॉक्स के ग्रो करने के चांसेज भी उतने ही ज्यादा होंगे।
स्ट्रॉंग इंडस्ट्री और ग्रेट परफॉर्मेंस हिस्ट्री-
आप जिस कंपनी के स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने की सोच रहे है उस कंपनी की इंडस्ट्री प्रेजेंस और परफॉर्मेंस हिस्ट्री के बारे में भी अच्छे से रिसर्च कर लें। आप जिस इंडस्ट्री के स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने वाले है आने वाले 2 से 5 सालों में उस इंडस्ट्री का फ्यूचर कैसा रहेगा, उस इंडस्ट्री में आगे चलकर कोई प्रॉब्लम तो नहीं आने वाली है? इन सब बातों के बारे में सोचने के बाद ही उस इंडस्ट्री के स्टॉक्स में निवेश करने की सोचें। इसके अलावा कंपनी के स्टॉक्स के फ्यूचर के बारे में जानने के लिए आपको कंपनी की परफॉर्मेंस हिस्ट्री को भी अच्छे से एनालाइज करना होगा। आप इसके लिए कंपनी के हर क्वार्टर के रेवेन्यू मल्टीपल्स को अच्छे से रीड करें। इससे आपको कंपनी के स्टॉक्स के प्रेजेंट और फ्यूचर के ट्रेन्डस के बारे में काफी अच्छे से जान जाएंगे।
बिजनेस मार्जिन (Business Margin)-
मल्टीबैगर स्टॉक्स चुनते समय ऐसी कंपनी के स्टॉक्स को प्रेफरेंस दें जिसका बिजनेस मार्जिन काफी अच्छा रहा हो। ऐसी कम्पनीज जो की पिछले 4-5 सालों से अच्छा बिजनेस मार्जिन मेंटेन कर पा रही है उनके स्टॉक्स के मल्टीबैगर बनने के चांसेज काफी ज्यादा होते है जबकी ऐसी कम्पनीज जिनके मार्जिन में हर कुछ महीनों में उतार चढ़ाव होता रहता है उनके स्टॉक्स के मल्टीबैगर बनने के चांसेज काफी कम हो जातें हैं।
एक मल्टीबैगर स्टॉक को चुनतें समय ध्यान रखने योग्य बातें (Things to keep in mind while choosing a multibagger stock)
हालाँकि, ये स्टॉक्स फायदेमंद तो बहुत है पर फायदे के साथ इसमें कुछ Risks भी इनवॉल्व्ड है। अगर इनसे आपको अच्छा मुनाफा चाहिए तो या तो आपको इन्हे बल्क अमाउंट में खरीदना होगा और यह भी हो सकता है आपको इन्हे काफी लंबे समय तक भी रखना पड़ जाए।
नीचे multibagger stock से कुछ ऐसे ही risks के बारे में बताया गया है।
इकोनॉमिक बबल या वैल्यू ट्रैप-
कई बार ऐसा भी होता है की ये स्टॉक्स इकोनॉमिक बबल या वैल्यू ट्रैप में भी फँस जाते है जिनसे इंवेस्टर्स को काफी प्रॉब्लम्स हो सकती है। कई बार बहुत से निवेशक ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट कर देतें है जिनकी डिमांड काफी ज्यादा होती है पर कई बार ये डिमांड जेनुइन नहीं होती है और बल्क इंवेस्टर्स के द्वारा बस उन शेयर्स की प्राइज बढ़ाने के लिए क्रियेट की गई फेक हाई डिमांड होती है और जैसे ही इन शेयर्स की प्राइज बढ़ती है ये इंवेस्टर्स उन्हे बेच देतें है और इस वजह से रीटेल इंवेस्टर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
लोअर लिक्विडिटी-
स्टार्टिंग में इन स्टॉक्स की लिक्विडिटी भी कम होती है जिसकी वजह से इनकी प्राइज वैल्यू काफी जल्दी डाउन हो जाती है। कई बार इन्हे वापस अपनी पुरानी कीमत पर आने में महीनों लग जातें हैं।
लॉन्गर ड्यूरेशन का लॉक इन पीरियड-
कई बार ऐसा होता है की इन स्टॉक्स से तुरंत काफी अच्छे रिजल्ट मिल जातें है और कई बार इनसे अच्छा रिटर्न मिलने में काफी लंबा समय भी लग जाता है तो इन स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने से पहले टाइम के फैक्टर को भी जरूर कंसीडर कर लें। हो सकता है आपको इन स्टॉक्स से रिटर्न मिलने में काफी ज्यादा टाइम लग जाए।
बल्क इंवेस्टमेंट-
अगर आपको अच्छा प्रॉफ़िट चाहिए तो आपको इंवेस्टमेंट भी ज्यादा अमाउंट में करनी पड़ सकती है और इस वजह से रिस्क भी ज्यादा बढ़ जाता है। तो निवेश करने से इस बात का भी खास खयाल रखें।
तो अगर आप अभी इस मार्केट में एकदम बिगिनर लेवल पर है तो आप पहले म्यूचुल फंडस में इन्वेस्ट करके थोड़ा एक्सपीरियंस गेन करें और उसके बाद ही इन स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें।
तो हमारे आज के इस आर्टिकल में आपने मल्टीबैगर स्टॉक से जुड़ी सारी जरूरी बातों के बारे में विस्तार से जाना की यह क्या होते है, इन्हे कैसे पहचाना जाए और क्या इनमे निवेश करना फायदेमंद है आदि। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा और आपके इस बारे में क्या विचार है, यह आप हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं।
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